एमपी की 'लाडली बहनों' के चेहरे पर आएगी मुस्कान, खाते में आने वाली है किस्त जानें कब निकाल सकती हैं?
भोपाल. प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जन-मन) योजना में प्रदेश में विशेष रूप से कमजोर और पिछड़े जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के समग्र कल्याण के लिये तेजी से काम जारी है। प्रदेश के 24 जिलों में निवासरत बैगा, भारिया एवं सहरिया जनजातियां पीवीटीजी में आती हैं। पीएम जन-मन में इन 24 जिलों के 118 पीवीटीजी बहुल गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के लिये चुना गया है। चयनित आदर्श ग्रामों में सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणी के अधोसंरचना विकासमूलक कार्यों सहित सभी प्रकार के कल्याण कार्यक्रमों का तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है।
चुने गये 118 आदर्श ग्रामों में से सिवनी जिले का झिंजरई गांव आदर्श ग्राम के रूप में विकसित हो चुका है। यहां सरकार द्वारा सभी योजनाओं को शत-प्रतिशत अमल में लाया गया है। योजना में 23 जिलों के 92 आदर्श ग्रामों में अधोसंरचनात्मक विकास कार्य पूरे हो चुके हैं। 16 जिलों के 48 आदर्श ग्राम में हितग्राहीमूलक काम पूरे होकर लाभार्थियों को दे दिये गये हैं। सात जिलों के 19 आदर्श ग्राम में अधोसंरचनात्मक विकास एवं हितग्राहीमूलक दोनों कार्य पूरे कर लिये गये हैं।
पीएम जन-मन योजना में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कुल 118 पीवीटीजी बहुल गांव को मॉडल विलेज बनाकर इनमें सभी प्रकार की योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन कर यहां आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। योजना में छिंदवाड़ा एवं डिंडोरी जिले में 7-7 एवं कटनी में 6 पीवीटीजी बहुल गांव आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किये जा रहे हैं। अनूपपुर, अशोकनगर, उमरिया, गुना, ग्वालियर, जबलपुर, दतिया, नरसिंहपुर, बालाघाट, मंडला, मुरैना, रायसेन, विदिशा, शहडोल, शिवपुरी, श्योपुर, सिंगरौली, सिवनी एवं सीधी जिले में 5-5 पीवीटीजी बहुल गांव, आदर्श ग्राम के रूप में तैयार किये जा रहे हैं। इसी क्रम में मैहर जिले के 2 एवं भिण्ड जिले के एक गांव को भी आदर्श ग्राम बनाया जा रहा है।
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